आरोंन: रामपुर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का राष्ट्रीय कथा वाचिका श्याम लाडली रिद्धिमा श्री जी के ओजस्वी वाणी के साथ भक्तिमय समापन हुआ। कथा के अंतिम दिन, दीदी रिद्धिमा श्री जी ने गौ सेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को इस पुण्य कार्य के लिए प्रेरित किया। उन्होंने गौ सेवकों का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया, जिससे गौ माता के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव और भी प्रगाढ़ हुआ।
कथा के समापन अवसर पर दीदी ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए सभी भक्तों और ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने जल के दुरुपयोग को रोकने और अधिक से अधिक पानी बचाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। इसके साथ ही, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए प्रत्येक व्यक्ति से कम से कम 20-20 वृक्ष लगाने की अपील की, ताकि हरीतिमा को बढ़ावा दिया जा सके।
गौ माता के प्रति अटूट प्रेम दर्शाते हुए दीदी ने एक समर्पित गो सेवक जीवन साहू को नया नाम प्रदान किया। इस अवसर पर पटेल परिवार ने भी गौ सेवा के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की, जो धार्मिक मूल्यों के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों के निर्वहन का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।
श्रीमद् भागवत कथा का यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक ज्ञान का स्रोत रहा, बल्कि इसने गौ सेवा और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी जागरूकता फैलाई। दीदी रिद्धिमा श्री जी ने सभी से धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अपना योगदान देने का आग्रह किया। इस कथा के समापन के साथ ही रामपुर में भक्ति और सेवा का एक नया संकल्प लिया
गया।