जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 28 लोगों की मौत हुई और 17 घायल हुए, ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले के बाद भोजपुरी लोकगायिका नेहा सिंह राठौड़ के बयानों ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। नेहा ने अपने वीडियो और एक्स पोस्ट्स में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सुरक्षा व्यवस्था में चूक का आरोप लगाया, जिसे कुछ लोग देश के खिलाफ प्रोपेगंडा मान रहे हैं।
नेहा सिंह राठौड़ ने क्या कहा?
नेहा ने अपने वीडियो में कहा, “एक फोन कॉल से दूसरे देशों में युद्ध रुकवाने वाले अपने देश में आतंकी हमला नहीं रोक पाए। अंधभक्त कहते हैं कि इस पर राजनीति न करो। तो किस पर सवाल करूं? नरेंद्र मोदी की सरकार में ये हमला हुआ, तो जिन्ना और नेहरू से सवाल पूछा जाए?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इस हमले का इस्तेमाल बिहार चुनाव में वोट हासिल करने के लिए कर सकती है। इसके अलावा, नेहा ने हमले में मारे गए मुस्लिम पीड़ित सईद हुसैन शाह का जिक्र करते हुए पूछा, “अगर आतंकी धर्म पूछकर हिंदुओं को मार रहे थे, तो सईद हुसैन शाह को क्यों मार दिया?”
पाकिस्तान में वायरल हुआ वीडियो, विवाद बढ़ा
नेहा के इस वीडियो को पाकिस्तान में व्यापक रूप से शेयर किया गया। ‘PTI प्रोमोशन’ नामक एक एक्स हैंडल ने इसे साझा करते हुए दावा किया कि “इस भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले की सच्चाई उजागर की” और इसे भारत सरकार के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी नेताओं और एजेंसियों द्वारा वीडियो को बढ़ा-चढ़ाकर शेयर करने के बाद नेहा पर देशद्रोह और पाकिस्तान के एजेंडे को बढ़ावा देने के आरोप लगे। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने उन्हें “देशद्रोही” तक करार दिया।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ
- **आलोचकों का कहना**: कई लोगों ने नेहा के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना बताया, खासकर ऐसे समय में जब देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। गाजियाबाद के विधायक और कुछ एक्स यूजर्स ने उनके बयानों को पाकिस्तान की ISI और आतंकवादियों के लिए सहानुभूति पैदा करने वाला करार दिया।
समर्थकों का पक्ष
नेहा के समर्थकों का कहना है कि उन्होंने केवल सरकार से जवाबदेही मांगी है। कुछ का मानना है कि उनके सवाल सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करते हैं।
पहलगाम हमले का पृष्ठभूमि
पहलगाम की बैसारन घाटी में हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। एनआईए की जांच से पता चला कि हमले में पाकिस्तानी और स्थानीय कश्मीरी आतंकियों का हाथ था, जिन्होंने बॉडीकैम पहनकर हमले की वीडियोग्राफी भी की। भारत ने इस हमले के जवाब में सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी की है।
वर्तमान स्थिति
नेहा सिंह राठौड़ के बयानों पर अभी तक कोई आधिकारिक कानूनी कार्रवाई की खबर नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना और समर्थन दोनों जारी हैं। यह विवाद एक बार फिर सरकार और विपक्ष के बीच वैचारिक विभाजन को रेखांकित करता है।
निष्कर्ष
पहलगाम आतंकी हमले जैसे संवेदनशील मुद्दे पर नेहा सिंह राठौड़ के बयानों ने न केवल भारत में बल्कि सीमा पार भी हलचल मचा दी है। उनके सवालों को कुछ लोग सरकार की जवाबदेही की मांग मानते हैं, जबकि अन्य इसे राष्ट्रीय एकता के खिलाफ मानते हैं। यह विवाद सोशल मीडिया युग में बयानों के दुरुपयोग और उनके व्यापक प्रभाव को दर्शाता है।