नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। हमले के बाद भारत द्वारा सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने के एक दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और उनसे अपने-अपने राज्यों में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने के निर्देश दिए।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे। इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया था।
हमले के बाद भारत ने न केवल पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए, बल्कि सिंधु जल संधि को निलंबित करने, अटारी-वाघा सीमा चौकी को बंद करने और SAARC वीजा छूट योजना को रद्द करने जैसे कड़े कदम भी उठाए।
गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत के दौरान राज्यों में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों का डेटा तुरंत जुटाने और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने को कहा। खास तौर पर, उन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान पर जोर दिया गया जो वीजा पर भारत में हैं।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पहले ही 57 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जा चुकी है, और जिला प्रशासन उनके डेटा को जुटाने में लगा है।विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ना होगा, जबकि मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों के दीर्घकालिक वीजा वैध रहेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद कहा था कि आतंकियों और उनके समर्थकों को "पृथ्वी के किसी भी कोने से खोजकर सजा दी जाएगी।" इस बीच, सुरक्षा एजेंसियां पूरे देश में हाई अलर्ट पर हैं, और जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।पाकिस्तान ने भारत के इन कदमों को "युद्ध की कार्रवाई" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जिसमें भारतीय नागरिकों के वीजा रद्द करना और हवाई क्षेत्र को बंद करना शामिल है।#PahalgamTerroristAttack #IndiaPakistan #AmitShah