लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने एक विवादित बयान देकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। उन्होंने भाजपा के उस दावे के जवाब में कहा कि मुसलमान बाबर की औलाद हैं, जिसमें भाजपा मुसलमानों को बाबर की औलाद बताती है, उन्होंने कहा, "मुसलमान बाबर की औलाद हैं, लेकिन तुम तो गद्दार राणा सांगा की औलाद हो।"
इस बयान ने तुरंत राजनीतिक प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया, जिसमें कई लोगों ने इसे भड़काऊ और ऐतिहासिक रूप से गलत बताया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सुमन के बयान की कड़ी निंदा की और इसे समाज में विभाजन पैदा करने का प्रयास बताया।
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— 𝕂𝕒𝕞𝕒𝕝 𝕜𝕦𝕤𝕙𝕨𝕒𝕙 (@kamalksarkari) March 22, 2025
विवाद के कारण:
* ऐतिहासिक अशुद्धि: आलोचकों का तर्क है कि सुमन का बयान ऐतिहासिक सटीकता की कमी को दर्शाता है और समुदायों के बीच अनावश्यक तनाव पैदा करता है।
* राजनीतिक संवेदनशीलता: यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश पहले से ही कई संवेदनशील मुद्दों से जूझ रहा है, जिससे इसकी संभावित विघटनकारी प्रभाव बढ़ जाता है।
* समुदाय तनाव: इस बयान में विभिन्न समुदायों के बीच तनाव को बढ़ाने की क्षमता है।
विवाद का परिणाम:
* राजनीतिक हंगामा: इस बयान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है, जिसमें विभिन्न दलों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
* सामाजिक आक्रोश: सोशल मीडिया पर इस बयान की व्यापक रूप से निंदा की गई है, जिसमें कई लोगों ने इसे गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ बताया है।
* विभाजन का डर: इस बयान ने समाज में विभाजन और अविश्वास की संभावनाओं के बारे में चिंता जताई है।
यह विवाद अभी भी जारी है, और यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में यह कैसे सामने आता है।