शिवपुरी: अपना घर आश्रम में मिली नई जिंदगी
गुना से शिवपुरी: निराश्रित माता जी को मिला सहारा
गुना: मूलतः ग्वालियर की गंगा शर्मा जी के जीवन में एक नई शुरुआत हुई है। पति और एक बच्चे के निधन के बाद, वे अपने बीमार बच्चे के साथ गुना में काफी समय से भटक रही थीं। मानसिक बीमारी के कारण, उन्हें कहीं भी किराए का कमरा नहीं मिल रहा था। इस कठिन समय में, शिवपुरी के 'अपना घर आश्रम' के संचालक प्रमोद भार्गव ने उनकी मदद का हाथ बढ़ाया और उन्हें अपने आश्रम में जगह दी।
प्रमोद भार्गव ने बताया कि , "मैंने जब गंगा जी की कहानी सुनी, तो मेरा दिल दहल गया। किसी भी इंसान को इस तरह भटकना नहीं चाहिए। मैंने तुरंत फैसला किया कि मैं उन्हें अपना घर आश्रम में जगह दूंगा।"
अपना घर आश्रम निराश्रित, बीमार और बुजुर्ग लोगों को आश्रय प्रदान करता है। आश्रम में रहने वालों को भोजन, कपड़े, रहने की जगह के साथ-साथ चिकित्सा सुविधाएं भी मिलती हैं।
प्रमोद भार्गव ने सभी से अपील की है कि वे भी इस तरह के लोगों की मदद करें। उन्होंने कहा, "कोई भी निराश्रित, बीमार या बुजुर्ग व्यक्ति हमारे लिए ईश्वर समान है। अगर आपको किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में पता चलता है, तो कृपया हमें सूचित करें।"
कौन है प्रमोद भार्गव:
प्रमोद भार्गव: मानवता के सच्चे सिपाही
गुना के रहने वाले प्रमोद भार्गव एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने मानव सेवा को अपना धर्म बना लिया है। वे निराश्रित, बीमार और बुजुर्ग लोगों के लिए एक मसीहा बनकर उभरे हैं। उनके द्वारा 'अपना घर आश्रम' में कई बेसहारा लोगों को नई जिंदगी दी है।
एक नई शुरुआत
ग्वालियर की गंगा शर्मा जी की कहानी इस बात का एक उदाहरण है कि कैसे प्रमोद भार्गव ने एक इंसान की जिंदगी बदल दी। पति और एक बच्चे के निधन के बाद, गंगा जी गुना में भटक रही थीं। उन्हें कहीं भी किराए का कमरा नहीं मिल रहा था। इस कठिन समय में, प्रमोद भार्गव ने उनकी मदद का हाथ बढ़ाया और उन्हें अपने आश्रम में जगह दी।
अपना घर आश्रम: एक आश्रय
'अपना घर आश्रम' सिर्फ एक जगह नहीं है, बल्कि यह एक परिवार है। यहां रहने वाले लोगों को भोजन, कपड़े, रहने की जगह के साथ-साथ चिकित्सा सुविधाएं भी मिलती हैं। प्रमोद भार्गव और उनके सहयोगी इन लोगों की हर संभव मदद करते हैं।
प्रमोद भार्गव का संदेश
प्रमोद भार्गव का मानना है कि हर इंसान की जिंदगी कीमती है और किसी को भी भूखा या बेघर नहीं सोना चाहिए। वे सभी से अपील करते हैं कि वे भी इस तरह के लोगों की मदद करें। उन्होंने कहा, "कोई भी निराश्रित, बीमार या बुजुर्ग व्यक्ति हमारे लिए ईश्वर समान है। अगर आपको किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में पता चलता है, तो कृपया हमें सूचित करें।"